Cigarette Shayari | cigarette shayari in hindi

Cigarette Shayari 

Cigarette Shayari

Cigarette Shayari

कमरे में फैलता रहा सिगरेट का धुआँ

मैं बंद खिड़कियों की तरफ़ देखता रहा

मेरे कमरे में मैं नहीं रहता
मेरे कमरे में धुआं रहता है

सिगरेट जिसे सुलगता हुआ कोई छोड़ दे 
उस का धुआँ हूँ और परेशाँ धुआँ हूँ मैं 

तुम इसका नुक़सान बताती अच्छी लगती हो
वरना हमको शौक़ नहीं है सिगरेट-नोशी का

हम दो बंदे हैं और सिगरेट एक
अब ख़बर होगी दोस्ती की दोस्त

मेरे यारों ने तो सिगरेट को पकड़ा
मेरे हाथों ने कम से कम क़लम थामी

हम दो बंदे हैं और सिगरेट एक 
अब ख़बर होगी दोस्ती की दोस्त 

मेरे होंटों पे किसी लम्स की ख़्वाहिश है शदीद
ऐसा कुछ कर मुझे सिगरेट को जलाना न पड़े

कमरे में सिगरेटों का धुआँ और तेरी महक
जैसे शदीद धुँध में बाग़ों की सैर हो

एक दिन मेरी कहानी भी धुआँ हो जाएगी
मेरे अंदर कोई लड़की बे-ज़ुबाँ हो जाएगी

Cigarette Shayari 2 Line

Cigarette Shayari

कम से कम मैंने छुपा ली देख कर सिगरेट तुम्हें

और इस लड़के से तुमको कितनी इज़्ज़त चाहिए

उम्र आधी सुलग चुकी है तेरी
अब न पी बुझा दे ये सिगरेट

तुम इसका नुक़सान बताती अच्छी लगती हो
वरना हमको शौक़ नहीं है सिगरेट-नोशी का

सारा ग़ुस्सा अब बस इस काम आता है –
हम इस से सिगरेट सुलगाया करते हैं 

सिगरेट की शक्ल में कभी चाय की शक्ल में
इक प्यास है कि जिसको पिये जा रहे हैं हम

नहीं था ध्यान कोई तोड़ते हुए सिगरेट 
मैं तुझ को भूल गया छोड़ते हुए सिगरेट 

हमारे साँस भी ले कर न बच सके अफ़ज़ल 
ये ख़ाक-दान में दम तोड़ते हुए सिगरेट 

Cigarette Shayari

क़फ़स को तोड़ के जब भी असीर निकलेगा

हमारे खोल के अंदर से मीर निकलेगा

Thank You

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