Alone status | alone hindi shayari
“सच कहा था किसी ने तन्हाई में जीना सीख लो मोहब्बत जितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ ही जाती है. |”😢😢
“मुझे किसी को मतलबी कहने का कोई हक़ नहीं। मैं तो खुद अपने रब को मुसीबतों में याद करता हूँ ।”😢😢
“ख़ामोशी बहुत कुछ कहती हे कान लगाकर नहीं , दिल लगाकर सुनो…”😟💔😢
“हमारा हक तो नही है फिर भी ये तुमसे कहते है ! हमारी जिँदगी ले लो मगर उदास मत रहा करो !”💔 💔
“वो अपनी ज़िंदगी में हुआ मशरूफ इतना वो किस-किस को भूल गया उसे यह भी याद नहीं.”😟💔😢
“वो मुझे भूल ही गया होगा, इतनी मुदत कोई खफा नहीं रहता.”😟💔😢
“ज़रुरत है मुझे कुछ नए, नफरत करने वालों की, पुराने वाले तो अब चाहने लगे हैं मुझे”💔 💔
“टूटे हुए सपनो और छुटे हुए अपनों ने मार दिया वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना सिखने आया करती थी.”💔 💔
Akelapan shayari in hindi
अब नींद से कहो हम से सुलह कर ले फ़राज़, वो दौर चला गया जिसके लिए हम जागा करते थे…!!💔 💔
“कुछ तो रहम कर ऐ जिन्दगी हम कौन से यहाँ बार बार आयेंगे !”😟💔😢
“सुनो बहुत इंतजार करता हूँ तुम्हारा, सिर्फ एक कदम बढा दो बाकी के फासले मै खुद तय कर लूँगा.”😟💔😢
Alone sad shayari in hindi
“क़ाफ़िले में पीछे हूँ कुछ मसलेहत हे वरना मेरी ख़ाक़ भी ना पाते मेरे साथ चलने वाले |”💔 💔
“तू तो मेरी जान है फ़िर क्यूँ?? तेरी ही याद मेरी जान ले रही है ?”💔 💔
Painful alone sad shayari in hindi
“तेरी यादों की दुनिया में बहुत महफूज रहते हैं, जहां न कुछ खोने का डर है न अब कुछ पाने की तमन्ना”😟💔😢
“तेरी यादों की दुनिया में बहुत महफूज रहते हैं, जहां न कुछ खोने का डर है न अब कुछ पाने की तमन्ना”😟💔😢
जो किसी के बाद हो उस पछतावा कहते हैं
तेरे रवइये से जुदाई की महक आती है..
ना अपना पता रहा ना अपनो का।
ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है
बस जिंदगी ऐसे जियो के रब को पसंद आए.
इसे हमें सहना सीखना जरूरी है।
रहु यहा क्या मरा ना जाये तेरे बिन।
जहां लोग खुशियां मांगते है.
वो रो-रोकर पुकारेगी मुझे बस मेरा वक़्त तो आने दो.
जो झूठे दिलासे देते थे।
बिना सोचे मुझे क्यों इतना तनहा छोड़ गयी तू..!
लेकिन तुमसे न मिला तो मैं अकेला हुं..!
ना अपना पता रहा ना अपनो का।
अब अपनो से छिड ही होने लगी है।
एहसास तो दिल को हुआ होता है।
यहाँ सहारा देने वाले ही अक्सर सहारा तोड़ देते हैं
दिल है पीछे बैठा ज़रा मूड के देख लिया करो..!
तुम साथ नहीं तो इन चाँद सितारों का क्या करें.
उसी ने मुझे जीने का सलीखा सिखा दिया।
हर रोज़ कोई न कोई अपना रंग दिखाता है..
अब तो बस शरीर ही जी रहा है।
एक अपना साया ही जीवन भर साथ होता है।
वो आये ही केवल अकेला करने के लिए।
एहसास तो दिल को हुआ होता है।
जो भी सामने आया बस उसी की हो गई!
ज़िंदगी में अकेला आदमी कुछ भी कर सकता है.
मैं अकेला हूँ इसकी वजह तुम हो।
हम अकेले पूरी महफिल के बराबर है।
मै खुद ना समझ पाया कि क्या खोया और क्या पाया।
दिखावे की नजदीकयों से, हकीकत की दूरियाँ अच्छी है।
तो किसी को आवाज़ लगा लिया होता।
कि मेरा हौसला भी साथ नहीं दे रहा है।
उसने भी मेरी तरह किसी पत्थर को अपना समझा होगा!
ना जाने किस गली मे जिन्दगी की शाम हो जाये।
दिखावे की नजदीकयों से, हकीकत की दूरियाँ अच्छी है।
अकेले थे हम अकेले ही रह जाते हैं.
बस जब तक तू साथ है तब तक ज़िंदगी चाहिए.
फिर भी तुम मुझसे इतनी दूर हो।
तन्हा सा मुसाफिर हूँ मुझे तन्हा ही तू रहने दे।
जिन्हें हद से ज़्यादा वगत और इज्जत दो…
पूछो इन रातो से जो रोज़ कहती है के खुदा के लिए आज तो सो जाओ।
मैं भूल चुका हु उड़ान तू मुझे आजाद ना कर
संभलने में वक्त लग ही जाता है।
उन्हें फिर किसी और की जरुरत नहीं पड़ती।
उसने जब भी दर्द दिया तो मुस्कुरा कर दिया।
तब खिलोने जिंदगी थे,आज जिंदगी खिलौना है.
अब तो तन्हाई के लम्हे भी हसीन लगते हैं।
मगर मेरे हाथों कभी मोहब्बत में गद्दारी नहीं हो सकती।
कैसे रहू तेरे बिन ये बात सता रही है।
दिल है पीछे बैठा ज़रा मूड के देख लिया करो..!
कि तू नहीं था तेरे साथ एक दुनिया थी।
मेरे पास जीने की वजह पहले ही बहुत कम हैं!
जब मुझे थी तब मेरा कोई नहीं था।
अपने ने साथ छोडा, गैरो का का क्या भरोशा होगा।
यादें स्टेटस की तरह 24 घंटे में डिलीट हो जाती।
साथ हैं सब मगर दिल क्यों अकेला सा लगता है।
फिर याद आता है कि मैं तो पहले से ही अकेला हूँ।
मैंने तो तुम्हारे सामने सर झुका कर भी देखा था..
मैं पत्थर हूँ मुझे खुद से भी मुहब्बत नहीं है.
तेरे बिना हर लम्हा लगता है बोर।
एक बार आ जाओ इसे तुम खामोश कर दो।
एहसास होता है, यहाँ सोचने का एक सुनहरा मौका मिलता है..!
तेरे बिना ये ज़िन्दगी अधूरी है।
कत्ल सिर्फ इश्क का हुआ है..
जैसे कोई राहगीर थक कर बैठा हो।
तू सिखाएगा मुझे… इश्क क्या है?
तब हर रिश्ते में खरोच आती है।
लोगों में ढूंढोगे तो बेचैन रहोगे..
एहसास होता है, यहाँ सोचने का एक सुनहरा मौका मिलता है..!
तुम ही थी दिल में किसी और को नहीं पहचाना मैंने
इस टूटे दिल से तेरी सारी यादे दूर हो जाए
जो हर किसी को अच्छा समझ बैठे !!
जनाब वहम दूर हो जाएगा इज्जत कमाने का..
फिर तुम्हारा ये डर किसने दूर किया..
सो जाऊ तो जगा देती हैं उठ जाऊ तो रुला देती हैं।
अपने भी गैरो के जैसा बर्ताव करने लगते है।
जब इंसान बदल सकते हैं तो किस्मत क्यों नहीं..
फिर तुम भी ना हासिल हुए और खुद को भी गवा बैठे.
क्यूँ तन्हा से हो गए हैं तेरे जाने के बाद।
में तुम तक न पहुंच पाए तो सब बेकार है।
अपने भी गैरो के जैसा बर्ताव करने लगते है।
हस्ती आंखो में भी ज़ख्म गहरे होते है.