2 line dhoka shayari in hindi
जमाना बिताकर जिनके लिए काबिल हुएआज उन्हीं की यादों से हमें निकाला गया..!!
विश्वासघात वो जहर है जो पीने वालों को !!को भी शांति से नहीं जीने देता और पिलाने वालों को भी !!
गर रिश्तों को लम्बे समय तक बनाये रखना हैतो जिन्दगी में रिश्ते के साथ भरोसे को भी जोड़ना होगा।
जिंदगी में कभी खुशी मिलती है तो कभी गम मिलते है !!यहां अपने से धोखे सरेआम मिलते है !!
मुझको बड़ा अभिमान था मेरे उस जिगरी यार पर,धोखा दिया उसने विश्वास था जिस गद्दार पर।
ये कलयुग है साहब यहां सात फेरों में रहकरभी लोग एक दूसरे को धोखा दे जाते है..!!
इस दिल के हाथों होकर मजबूर मौका दे देते हैं,दिल में रहने वाले दोस्त तभी तो धोखा देते हैं।
जो दिल में आए वो सब करना परकभी किसी से अधूरा इश्क मत करना..!!
इस दिल के हाथों होकर मजबूर मौका दे देते हैं,दिल में रहने वाले दोस्त तभी तो धोखा देते हैं।
सही से आंखों से आंसू भी नही निकल पाते है !!जब हमारा अपना कोई ऐसी हरकत कर जाते है !!
एक बार धोखा खाने से हमारे सारे सपने टूट जाते है !!बल्कि हम और अधिक मजबूत हो जाते है !!
अभी तक आपने हमारी चाहत देखी थीअब आप हमारा सब्र देखेगे इतने खामोशहो जाएंगे कि हम कि आप चिख उठेगे..!!
जिनके खातिर हमने अपनी दुनिया ही लुटा दीउन्होने ही हमें धोखा देकर हमारी हस्ती मिटा दी !!
अपनों से मिली धोखेबाजी को छोड़ अपना भी एक दिन नाम होगा !!ऐसे धोखेबाजों को मेरा दूर से ही सलाम होगा !!
हमारी खामोशी को हमारा मजाक समझने की भुल मत करना !!धोखा देने के बाद हमें हल्के में लेने की भूल गलती से भी मत करना !!
आशिक़ी में बहुत ज़रूरी हैबेवफ़ाई कभी कभी करना
Dhoka hindi shayari
दोस्ती का मेरी अच्छा सिला दिया उसने,मुसीबत में मेरी मुझे भुला दिया उसने।
झूठी हमदर्दी दिखाकर तूने मेरा भरोसा तोड़ा हैऐ सनम तूने मुझे गमों की परछाई में छोड़ा है..!!
धोखे ने हमें बहुत कुछ सीखा दिया है !!अपनो के साथ कैसा व्यवहार करना सीखा दिया है !!
मोहब्बत करके देखि तो मोहब्बत को पहचान लिया,वफ़ा सिर्फ नाम कि बात हे ये सिर्फ बेवफाई का फ़साना हे.
जनाब बड़ी अजीब आदत है इस अधूरे इश्क कीजिनसे दिल्लगी होती है उसी शख्स को धोखा देती है..!!
ऐतबार करने का दोस्तों पर दौर बीत गया,बदलने का हर दोस्त अब हुनर सीख लिया।
विश्वास टूट जाएगा दोस्ती पर ज्यादा ऐतबार न करना,मुश्किल हो जाएगा जीना, दोस्तों से इतना प्यार न करना।
लगाया है जो दाग तूने हमें बेवफ़ा सनम;हाय मेरी पाक मुहब्बत पर;लगाये बैठे हैं इसे अपने सीने से हम;प्यार की निशानी समझ कर।
मैं उसका सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ दोस्तों..वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए.
धो लेते हैं घाव को दिल के मैखाने के जाम से,नफरत हो गई है मुझे अब दोस्ती के नाम से।
कितनी दूर हो गया मैं तेरे पास आते आतेऔर तेरी कसम मैं भी रो दियाटूटे दिल के दर्द छुपाते छुपाते..!!
मिल जाए हर कोई यू ही रहो मे,तो पता कैसे चले की इंतज़ार क्या है,तड़प के देखो किसी की चाहत मे,तो पता चले की प्यार क्या होता है.
इश्क के इस दाग का एक बेवफा से रिश्ता हैइस दुनिया में सदियों से आशिक का ये किस्सा है
मोहब्बत करे तो लगता हे जैसे,मौत से भी बड़ी ये एक सज़ा हे जैसे,किस किस से शिकायत करे हम,जब अपनी हे तक़दीर हे बेवफा हो.
कुछ अपनो के सताए हुए लोग भी है यहां,हर धोखा देने वाला गैर नहीं होता..!!
अपने आंसू मत ढूंढ मुझमें तेरा नूर मैं ले जाऊंगीदूर ही रहना मुझसे टूटी आइना हूंतुझे जख्म दे जाऊंगी.!!
धोखेबाज दोस्तों की बस एक ही कहानी है,जरूरत पड़ने पर धोखा देना उनकी निशानी है।
Dhoka quotes in hindi
तकलीफ ये नहीं कीकिस्मत ने मुझे धोखा दिया,मेरा यकीन तुम पर थाकिस्मत पर नही
रे वादो पे कहाँ तक मिरा दिल फ़रेब खाएकोई ऐसा कर बहाना मिरी आस टूट जाए
दिवानगी का सितम तो देखों धोखामिलने के बाद भी हम उनको चाहते है !
दूर चले गये तेरी दुनिया से और टुजे अलविदा भी ना कह सके,तेरी सादगी भी इतनी हसीन थी के टुजे बेवफा भी ना कह सके.
धोखे की भी एक खासियत होती है,की वो अक्सर किसी खास से ही मिलता है |
दिल से मतलबी दोस्त जब उतर जाते हैं,टूटकर कई सपने तब बिखर जाते है।
लोग अब वक्त के साथ ही बदल जाते हैं,दोस्त भी अब सच्चे मतलबी हो जाते हैं।
तेरे हुस्न पर मरने वाले हजारों मिलेंगेवफा करने का कोईमेरी टक्कर का कोई मिले तो बताना..!!
खड़े हैं दुनिया के मतलबी दोस्त हाथों में पत्थर लेकर,बोलो मैं कहां जाऊं अपनी इस दोस्ती का मुकद्दर लेकर।
एक अजीब सा मंजर नज़र आता हैं,हर एक आँसूं समंदर नज़र आता हैं,कहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपना,हर किसी के हाथ मैं पत्थर नज़र आता हैं
पूछा जब किसी ने कि दोस्ती चलती कब तक है,कह दिया मैंने भी कि दोस्त की जरूरत जब तक है।
कमबख्त दिल को अग़र इश्क़ में लगाओगेलिख के ले लो धोखा जरूर पाओगे !
जमाना बिताकर जिनके लिए काबिल हुएआज उन्हीं की यादों से हमें निकाला गया
दिखा करके, छुपा करके, हर पैंतरा आजमा करके,गद्दारी कि मेरे जिगरी दोस्त ने अपना मुझे बना करके।
धुँआ धुँआ सा लग रहा है शहर में,लग रहा है किसी का इश्क़ जल रहा है..!
किस्मत को बदलता देखा है मैंने,मौसम भी बदलते देखे हैं मैंने,दुश्मनों को देखा है दुश्मनी निभाते हुए,दगाबाजी करते हुए दोस्तों को भी देखा है मैंने।
मेरी यारी का अच्छा सिला दिया उसने,मुसीबत में मेरी मुझको ही भुला दिया उसने।
Dhoka shayari hindi
चलोपगले दिलों की अदलाबदली करले,तड़प क्या होती है, समझ तो आए_ज़रा
फ़ासला नज़रों का धोका भी तो हो सकता हैवो मिले या न मिले हाथ बढ़ा कर देखो
देखा है जिदंगी में हमने ये आज़मा केदेते है यार धोख़ा दिल के करीब ला के !
दगाबाज दोस्त ने तब काफी मुझे बातें सीखा दीं,जब उस मतलबी ने अपनी मुझे औकात दिखा दी।
सो 🙇 गई #है 👈 शहर 🌃 की #सारीगलिया 🏘#अब ☝ जागने 👀 #की बारी 😭 #मेरी है 👨
दूसरों से खुशामदी करना मैंने छोड़ दिया हैहां अब मैंने खुद से खुद को जोड़ लिया है..!!
आँखे 👀 तक #निचोड़ 😭 कर #पीगए 💧#उफ़्फ 😤 तेरे 👉👩 #गम 💔 कितने ☝ #प्यासेथे 💖
इश्क मे इसलिए भी धोखा खाने लगे है लोगदिल की जगह जिस्म को चाहने लगे है लोग !
ना जाने कितने दर्द है जो सब्र बन कर नही !कब्र बन कर उभर रहे है ज़िन्दगी में..!!
खुशी और जरूरत के लिए हर शख्स यार होता हैमुसीबत में पता चल जाता है कि कौन गद्दार होता है।
धोखा देने वाले अक्लमंद होते, भरोसा करने वाले गुनेहगार,ये नई दुनिया की नई रीत है।
मैंने प्यार जितनी तसल्ली से किया,उसने धोखा भी बहुत मज़े से दिया।
पता नहीं कैसे धोखा खाकर भी,हम जिंदा हैं पर तुझसे इश्क करके हम बहुत शर्मिंदा हैं.
मेरे बाद वफ़ा का धोका और किसी से मत करनागाली देगी दुनिया तुझ को सर मेरा झुक जाएगा
इस कदर तबाह हुए की तबाही दिखी नहीं,इश्क़ की इलाज की दवाई मिली ही नहीं।
मतलब निकलने के बाद मेरा दोस्त मुझे जानता ही नहीं,जान देता था मैं उस पर लेकिन अब वो मुझे पहचानता ही नहीं।।
उस बेवफा की आंखों को मैंने तवायफ बोला हैकमबख्त एक मर्द पर टिकती जो नहीं है..!!
जरूरत पड़ने पर दोस्ती और प्यार के टूट गए धागे,हो गई छोटी औकात हमारी दोस्तों के व्यापार के आगे।
अक्सर धोखा वही खाते है,जो जरूरत से ज्यादा किसी पर भरोसा करते है।
इंसान का क्या भरोसा करें जनाबजिसे जितने मौके दिए जाते हैबदले में उतने ही धोखे खाए जाते हैं..!!
जब वक्त अच्छा था तब दुश्मन सभी दोस्त बन गए,वक्त जब आया बुरा तो दगाबाज दोस्त दुश्मन बन गए।
हम जिनको हर दिन याद करते है,वो किसी और को खुश करने में लगी हुई है।
मोहब्बत सीखा कर जुदा हो गएना सोचा ना समझा बस खफा हो गए,इस दुनियां में किसको हम अपना कहेंअगर तुम ही सनम बेवफा हो गए..!!
दिल कमजोर लोगों के पास होता हैहम नवाबी लोग हैं दिल नहीं जिगरा रखते हैं..!!
किस्से इतने हैं की क्या क्या करूं बयां,उसके होते हुए बहुत था गुमाँ |
तेरी हर गलती को भूल मैंने तुझे मौका दियापर फिर भी तूने किसी और के लिए मुझे धोखा दिया..!!
दूसरों से खुशामदी करना मैंने छोड़ दिया हैहां अब मैंने खुद से खुद को जोड़ लिया है
वो खुदा भी रो पड़ा हमें देखकर इतने शौक सेअपनी ख्वाहिशों को आग लगाई है हमने..!!
न जाने कैसे ऐसा वो काम कर जाते हैं,दोस्ती जैसे पवित्र रिश्ते को बदनाम कर जाते हैं।
हम हैं उसी हाल में जिसमें पहले थेतू कोई पहला थोड़ी है जो छोड़कर गया है..!!
कभी किसी ने थोड़ा सा वक्त दिया था हमेंऔर हमने उसे इश्क़ समझकरसंभालकर रखा है ..!!
Shayari on dhoka in love
बड़ी अजीब फितरत है अधूरे इश्क़ की,किसी को तो धोखेबाज़ होना ही पड़ता है।
झूठ बोलकर भावनाओं से खिलवाड़ करते हैं,जान से प्यारे दोस्त धोखा देकर कमाल करते हैं।
तुमने कहा था रूठूँ अगर मैं तो मना लेना तुम,मग़र शायद रूठे नहीं बदल गए हो तुम।
उन्होंने हमें आजमाकर देख लिया, इक धोखा हमने भी खा कर देख लिया.क्या हुआ हम हुए जो उदास, उन्होंने तो अपना दिल बहला के देख लिया.
कोई पूछो उनसे कि क्या दाेस्ती का मतलब जानते हैं,या बस सबको धोखा देने को ही वो दोस्ती मानते हैं।
अक्सर ऐसा भी मोहब्बत में हुआ करता हैकि समझ-बूझ के खा जाता है धोका कोई
हर भूल तेरी माफ की,हर खता को तेरी भुला दिया,गम ये है कि मेरे प्यार का,तूने बेवफा बनके सिला दिया !
आपकी आँखे अक्सर वही लोग खोलते हैजिनपर आप आँखे बंद करके विश्वाश करते है.
सुबह की ओस सी थी वोजरा सी धूप क्या निकली वो घूल सी गईइन हवाओं में..!!
यारों की यारी देख ली,दुनिया की दुनियादारी देख ली,दोस्त-दोस्त कहते हैं जो मतलब पड़ने पर,उन दोस्तों की मक्कारी भी देख ली।
मैंने प्यार जितनी तसल्ली से किया,उसने धोखा भी बहुत मजे से दिया !
तो इसे सपना समझ या हकीकतआज आंखें नम है मेरी और वजह तू है..!!
हर रोज एक खाब टूट जाने दे,हर रोज युही खूद को रूठ जाने दे,मेरी किस्मत में ही बेवफाई है,दिल एक शीशा है आज फिर फूट जाने दे !
कमाल था तू दोस्त और यारी भी तेरी कमाल थी,जो मक्कारी की तूने वो मक्कारी भी बेमिसाल थी।
बेहद प्यार का मुझे यह नतीजा मिला हैकिसी एक को उम्र भर चाहना सबसे बड़ी गिला है..!!
बेवफा दुनिया में कौन सारी जिंदगी साथ देगा तेरा,लोग तो दफना कर भूल जाते हैं कि कब्र कौन सी थी
😔 दीवानगी का सितम तो देखोके धोका मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको | 💔
Shayari for dhoka
दिमाग लगाते तो रोना नही पड़ता !!आज दिल लगाने की यह सजा मिल रही है !!
किसी का यूँ तो हुआ कौन उम्र भर फिर भीये हुस्न ओ इश्क़ तो धोका है सब मगर फिर भी
प्यार निभाने के लिए मैं हमेशा झुकता रहा,और तुम इसे मेरी औकात समझ बैठे !!
पहले तुमने यारी की, फिर तुमने गद्दारी की,पक्की दोस्ती थी तुमसे, बस यही मेरी लाचारी थी।
‘ख़ालिद’ मैं बात बात पे कहता था जिस को जानवो शख़्स आख़िरश मुझे बे-जान कर गया
अपना कह के अपनों को,बदलने की बात करते हैं,बच के रहना दोस्तों यहां धोकेबाज,साथ चलने की बात करते हैं !
धोखा मिला दिल को जब वफ़ा की उम्मीद थी !!बेवफ़ाई का सबूत था !! वक़्त ने जो ये सच्चाई दिखाई थी !!
जो आपको धोखे से छोड़ेंउसको वही रखकर तोड़ेऔर इस कदर फोड़ें कि वहकभी किसी को धोखे से ना छोड़ें..!!
यह मोहब्बत है या है दर्द का कोई मंजरचुभती ऐसे जैसे हो कोई नुकीला खंजर..!!
बड़ी अजीब फितरत है अधूरे इश्क़ की,किसी को तो धोखेबाज होना ही पड़ता है !
लोग धोखा हमेशा गलत इंसान से खाते है,ओर बदला अच्छे इंसानों से लेते है!
वफ़ाओं के बदले जफ़ा कर रहे हैंमैं क्या कर रहा हूँ वो क्या कर रहे हैं
धोखा मिला उनकी मोहब्बत में जब !!खुद को खो बैठा मैं और उनके ख्यालों में ही खो गया !!
धोखा देना जितना आसान होता हैधोखा खाना उतना ही दर्दनाक होता है।
मुझ पर हक तुमने उस दिन खो दिया था,जिस दिन तुमने मुझे धोखा दिया था
धोखेबाज हैं यह दुनिया वाले,इस्तेमाल करना खूब जानती हैं…दिल को खुद ही तोड़ कर,हाल पूछना भी खूब जानते हैं…
दिल टूटा तब एहसास हुआ इस फरेबी दुनिया में !!जिसे दिल से चाहो वही धोखा देता है !!
धोका था निगाहों का मगर ख़ूब था धोकामुझ को तिरी नज़रों में मोहब्बत नज़र आई
अक्सर जिन लोगों पर जितनाविश्वास किया जाता हैना जाने भरोसा तोड़ने का हुनरउनमे ही क्यू आ जाता है
धोखा दे जाती है हर हसीन चेहरे की चमक !!हर चमकते कांच के टुकड़े को हीरा नही कहते !!
सच्चा इश्क किया था तो अब,हम भी बेवफाई के गीत गायेंगे बेवफाई मेंतेरा नाम न उठे इसलिए हम आसू लेकर हर शहर मुकुरायेंगे.
अक़्ल कहती है दोबारा आज़माना जहल हैदिल ये कहता है फ़रेब-ए-दोस्त खाते जाइए
गैरों से हम कब तक शिकायत करें,कोई अपना दगा करे तो क्या करें..!!
फ़ासला नज़रों का धोका भी तो हो सकता हैवो मिले या न मिले हाथ बढ़ा कर देखो
तुम्हे लिखते वक्त महसूस होता है अक्सर !!मुझे खुद से जुदा हुए जमाना हो गया है !!
वह कहती है कि मजबूरियां थी बहुत,साफ लफ्जो में खुद को धोखेबाज नहीं कहती.
😔 मुझ पर हक तुमने उस दिन खो दिया थाजिस दिन तुमने मुझे धोका दिया था | 💔
आंखे पत्थर थी उनकी जानता हूं पर दिल !!तो उनका मोम था जलकर पिघल गया होगा !!
धोखा देना किसी को मेरे किरदार में नहीं,मगर बदला लेने के बेहतर तरीके भी रखता हूँ |
आदमी जान के खाता है मोहब्बत में फ़रेबख़ुद-फ़रेबी ही मोहब्बत का सिला हो जैसे
पल पल उसका साथ निभाते हम एक इशारे पे दुनिया छोड़ जातेहम समुन्द्र के बीच में पहुच कर फरेब किया उसनेवो कहता तो किनारे पर ही डूब जाते हम.
हर-चंद एहतीबार में धोके भी हैं मगरये तो नहीं किसी पे भरोसा किया न जाए
Dhoka love shayari
जिसकी गलतियो से भी मैने रिश्ते निभाए !!उसने ही मुझे फालतू होने का एहसास दिलाया !!
मोहब्बत करना हर किसी के लिए आसान नही !!धड़कन मे हर लहर यहां धोखे की उठती है !!
मुद्दत हुई इक शख़्स ने दिल तोड़ दिया थाइस वास्ते अपनों से मोहब्बत नहीं करते
हमें भी हुई थी मोहब्बत किसी से
लेकिन जिस शख्स से हुई थी
वो मोहब्बत में धोखा देने वाला निकला
तू भी सादा है कभी चाल बदलता ही नहींहम भी सादा हैं इसी चाल में आ जाते हैं
किसी का यूँ तो हुआ कौन उम्र भर फिर भीये हुस्न ओ इश्क़ तो धोका है सब मगर फिर भी
जिंदगी तेरे जाने के बाद ताश के पत्तो की तरह !!बिखर गई है सपनो की इमारत वीरान हो गई !!
हम तो उन्हें बुरे ही लगेंगे उनकी जिंदगीमें अब नए-नए लोग जो आ गए हैं..!!
एक आईना ही है जिसने आज तक,किसी इंसान को धोखा नहीं दिया
तिरे वा’दों पे कहाँ तक मिरा दिल फ़रेब खाएकोई ऐसा कर बहाना मिरी आस टूट जाए
धोखा खाए इंसान को टूटने के लिए नहीं बल्कि !!खुद को समेटने के लिए हिम्मत चाहिए !!
ये भी इक धोका था नैरंग-ए-तिलिस्म-ए-अक़्ल काअपनी हस्ती पर भी हस्ती का हुआ धोका मुझे
धोखा देने वाला से ज्यादा बड़ी गलती धोखा खाने वाले की होती है !!आँखें बंद कर के विश्वास कर लेना !!
जीवन की असली ख़ुशी आपको तभी मिलेगी जब !!आप गैरों से ज्यादा खुद पर यकीन करने लगेंगे !!
वो ज़हर देता तो सब की निगह में आ जातासो ये किया कि मुझे वक़्त पे दवाएँ न दीं
चेहरे पर हँसी और होठों पर नकली मुस्कान है !!और यहीं मेरे दर्द और तेरे विश्वासघात की पहचान है !!
मोहब्बत सीखा कर जुड़ा हो गएन सोचा न समझा खफा हो गएदुनिया में किसको हम अपना कहेअगर तुम बेवफा हो गए।
टूट जातें है भरोसे भी तुम किसी को अपना तो बनाओ !!जल जातें है दिल भी तुम ज़रा किसी से दिल तो लगाओ !!
Thank you