Desh Bhakti shayari in hindi -देशभक्त शायरी

Desh Bhakti shayari in hindi -देशभक्त शायरी

Desh Bhakti shayari in hindi



# यह जगाये राष्ट्रवाद जा जज़्बा

 

“हम आजादी तभी पाते हैं,

 जब अपने जीवित रहने का पूरा मूल्य चुका देते हैं”- रविन्द्रनाथ टैगोर

 

 “व्यक्तियों को कुचलकर वो विचारों को नहीं मार सकते”- भगत सिंह

 

“तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूंगा”- सुभाषचंद्र बोस

 

“स्वतंत्रता जन्मसिद्ध हक नहीं, कर्म सिद्ध हक है”- विनोवा भावे

 

“जो लोग दूसरों को आजादी नहीं देते

 उन्हें खुद भी इसका हक नहीं होता”- अब्राहम लिंकन

 

“स्वतंत्रता का अर्थ जिम्मेदारी है,

इसीलिए ज्यादातर लोग इससे डरते हैं” -जॉर्ज बर्नार्ड शॉ

 

“स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है 

और मै इसे लेकर रहूंगा” –बाल गंगाधर तिलक

 

“जिस ईश्वर ने हमको जन्म दिया है, 

उसने उसी समय हमें स्वतंत्रता भी दी थी”- थॉमस जेफरसन

 

“दिखावटी देशभक्ति के पाखंड से बचिए”- जार्ज वाशिंगटन

 

हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम भारतीय हैं – जय भारत, वन्दे मातरम

 

भारत की फ़जाओं को सदा याद रहूँगा,

आज़ाद था, आज़ाद हूँ, आज़ाद रहूँगा।– चंद्रशेखर आजाद

 

Desh Bhakti shayari


हम अम्न चाहते हैं मगर ज़ुल्म के ख़िलाफ़ 

गर जंग लाज़मी है तो फिर जंग ही सही 

 

Desh Bhakti shayari


उड़ जाती है मेरी नींद ये सोचकर,

कि सरहद पर दी गयीं जवानो की कुर्बानियां,

मेरी नींद के लिए थीं।

 

Desh Bhakti shayari


कुछ नशा तिरंगे की आन का है,

कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,

हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,

नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है !!

 

आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे

शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे

बची हो जो एक बूंद भी लहू की

तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे

 

Desh Bhakti shayari


जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,

जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है

 

मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा ये मुल्क मेरी जान है 

इसकी रक्षा के लिए मेरा दिल और जां कुर्बान है..||

 

Desh Bhakti shayari


अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं

सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं

 

इश्क़ तो करता हैं हर कोई मेहबूब पे मरता हैं हर कोई, 

कभी वतन को मेहबूब बना कर देखो तुझ पे मरेगा हर कोई……!!!!

 

Desh Bhakti shayari


सीने में जूनून आंखों में देशभक्ति की चमक रखता हूं,

दुश्मन की सांस थम जाए आवाज में वो धमक रखता हूं।

 

लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,

मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।

 

Desh Bhakti shayari


ये दुनिया….एक दुल्हन

ये दुनिया….एक दुल्हन…दुल्हन के माथे पे बिंदिया

I Love My India

 

लड़े जंग वीरों की तरह,

जब खून खौल फौलाद हुआ |

मरते दम तक डटे रहे वो,

तब ही तो देश आजाद हुआ ||

 

Desh Bhakti shayari


तिरंगा है आन मेरी तिरंगा ही है शान मेरी,

तिरंगा रहे सदा ऊंचा हमारा तिरंगे से है धरती महान मेरी।

 

एक दिया उनके भी नाम का रख लो पूजा की थाली में,

जिनकी सांसे थम गई है भारत मां की रखवाली में।

 

Desh Bhakti shayari


मैं मर जाऊं तो मेरी एक अलग पहचान लिख देना,

लहू से मेरी पेशानी पर हिंदुस्तान लिख देना।

 

कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम !

हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बँटवाएंगे !!

 

Desh Bhakti shayari


रात होते ही आप नींद में खो जाते है,

सूरज ढलते ही वो तैनात हो जाते है…

 

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है

देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में है,

वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,

हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में है।

 

Desh Bhakti shayari


लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,

मेरे लहू पर हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।

 

देश की हिफाजत मरते दम तक करेंगेदुश्मन की

 हर गोली का हम सामना करेंगेआजाद हैं और आजाद ही रहेंगें।

 

Desh Bhakti shayari


क्यूं जाए ‘नज्म’ ऐसी फ़ज़ा छोड़ कर कहीं,

रहने को जिस के गुलशन-ए-हिन्दोस्तां मिले।

 

न पूछो ज़माने को क्या हमारी कहानी है,

हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम सिर्फ हिन्दुस्तानी हैं..!!

 

Desh Bhakti shayari


गूंजे कहीं पर शंख कहीं पर अजान है,

बाइबल है ग्रंथ साहब है गीता का ज्ञान है।

दुनिया में कहीं और यह मंजर नसीब नहीं,

दिखा दो दुनिया को कि यह हिंदुस्तान है।

 

सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा,

हम बुलबुले हैं इसकी वह गुलिस्तां हमारा।

पर्वत वह सबसे ऊंचा हम साया आसमान का,

वह संतरी हमारा वह पासवां हमारा।

 

Desh Bhakti shayari


अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही..

सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही…

 

लिपट कर कई बदन इस तिरंगे में आज भी आते हैं,

दोस्तों यूँ ही नहीं हम 15 अगस्त हुए 26 जनवरी मनाते हैं।

 

Desh Bhakti shayari


बड़े अनमोल है यह खून के रिश्ते इनको तो बेकार न कर,

मेरा हिस्सा भी तू ले ले मेरे भाई घर के आंगन में दीवार न कर।

 

खून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्किल में है,

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,

देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है।

 

army desh bhakti shayari


वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड़ पाए,

रिश्ता हमारा ऐसा कोई ना तोड़ पाए।

 

जहाँ जाति भाषा से बढ़कर देशप्रेम की धारा है.

वो देश हमारा है, वो देश हमारा है,,

 

army desh bhakti shayari


शाम होते ही हम बिस्तर पर चले जाते हैं,

और सूरज ढलते ही वो सीमा पर तैनात हो जाते है।

जय हिन्द | जय हिन्द सेना

 

नफरत की भावना को भी बड़े प्यार से सहते है..

ये देश नहीं मेरी जान है, जिसे हिन्दुस्तान कहते है..

 

army desh bhakti shayari


तैरना है तो समुंदर में तहरो नदी नालों में क्या रखा है,

प्यार करना है तो वतन से करो इन बेवफा लोगों में क्या रखा है।

 

ए वीरो जोश ना ठंडा हो पाए कदम मिलाकर चल,

मां कसम मंजिल तेरे कदम चूमेगी आज नहीं तो कल।

 

army desh bhakti shayari


दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है.

सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं .

 

मैं भारतवर्ष का हरदम अमित सम्मान करता हूं,

यहां की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूं।

मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,

तिरंगा हो कफन मेरा बस यही अरमान रखता हूं।

 

army desh bhakti shayari


“अगर मैं जन्म लू दुबारा इंसान में

भगवन देना मिट्टी हिन्दुस्तान की

होंठो पे गंगा हो हाथो में तिरंगा हो”

 

सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी सबसे न्यारा है.

वो देश हमारा है, वो देश हमारा है,,

 

army desh bhakti shayari


कभी सनम को छोड़ के देख लेना,

कभी शहीदों को याद करके देख लेना,

कोई महबूब नहीं है वतन जैसा यारो,

मेरी तरह देश से कभी इश्क करके देख लेना..

 

अब तक जिसका खून न खौला,

वो खून नहीं वो पानी है

जो देश के काम ना आये ,

वो बेकार जवानी ह

 

 

army desh bhakti shayari


जब देश में थी दीवाली वह झेल रहे थे गोली,

जब हम बैठे थे घरों में वह खेल रहे थे खून की होली।

 

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,

वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा

 

army desh bhakti shayari


धूल लगा मस्तक पर मां भारती से लेते आशीष,

देश पे आज ना आने देंगे कटता है तो कट जाए शीश।

 

अपनी धरती अपना हैं ये वतन, मेरा है मेरा है ये वतन,

इस पर जो आॅंख उठाएगा, जिंदा दफना दिया जाएगा

मुझे जान से भी प्यारा है ये वतन..

 

आओ झुक कर करें सलाम उन्हें,

जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,

कितने खुशनसीब हैं वो लोग,

जिनका खून वतन के काम आता हैं…

 

army desh bhakti shayari


लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,

मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा.

 

तैरना है तो समंदर में तैरो नालों में क्या रखा हैं,

प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा हैं…

 

army desh bhakti shayari


अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं.!!

सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं.!!

 

जहाँ जाति भाषा से बढ़कर देशप्रेम की धारा है.!!

वो देश हमारा है,वो देश हमारा है.!!

 

आन देश की ,शान देश की,इस देश की हम संतान हैं.!!

तीन रंगों से रंगा तिरंगा ,अपनी ये पहचान है.!!

 

desh bhakti shayari | 2 line


खून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्किल में है,

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है।

 

जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं,

जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं.

desh bhakti shayari | 2 line



वतन की मोहब्बत हम में खुद को तपाये बैठे है,

हम मरेंगे तो वतन के लिए ये मौत से शर्त लगाये बैठे हैं।

 

जो अब तक खून ना खौला खून नही वह पानी हैं,

जो इस देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं।

 

desh bhakti shayari | 2 line


चिंगारी आजादी की सुलगी मेरे जश्न में हैं,

इन्कलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं,

मौत जहाँ जन्नत हो ये बात मेरे वतन में हैं,

कुर्बानी का जज्बा जिन्दा मेरे कफन में हैं.

 

इस देश के लिए शहीद होना कबूल है मुझे,

क्योंकि अखंड भारत बनाने का जूनून है मुझे।

 

desh bhakti shayari | 2 line


कर जज्बे को बुलंद जवान,तेरे पीछे खड़ी आवाम.!!

हर दुश्मन को मार गिराएंगे,जो हमसे देश बँटवाएंगे.!!

 

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,

वतन पे मरने वालों का यही बाकी निशां होगा।

 

desh bhakti shayari | 2 line


सुना है, कुछ नक्कार,

हमारी वीरता का सबूत मांगते है।

ज़रा भेजो तो उन्हें सरहद पर,

सिरफिरे खुद के लिए ताबूत माँगते है।

 

आओ झुक कर सलाम करे उनको,

जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,

खुशनसीब होता है वो खून,

जो देश के काम आता है।

 

desh bhakti shayari | 2 line


देशभक्तों से ही देश की शान है

देशभक्तों से ही देश का मान है

हम उस देश के फूल हैं यारों

जिस देश का नाम हिंदुस्तान है

जय हिन्द

 

वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है.!!

मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं.!!

सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ.!!

दुश्मन की सांसे थम जायें,आवाज में इतनी धमक रखता हूँ.!!

 

desh bhakti shayari | 2 line


आन देश की,शान देश की,इस देश की हम संतान हैं !

तीन रंगों से रंगा तिरंगा,अपनी ये पहचान है.!!

 

मैं इस देश का सिपाही हूं मरते दम तक अपने देश के लिए लडूंगा,

जान बसती है मेरी इस देश की मिट्टी में जान देकर इसकी रक्षा करूंगा।

 

desh bhakti shayari | 2 line


शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले.!!

वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा.!!

 

चैन ओ अमन का देश है मेरा,इस देश में दंगा रहने दो.!!

लाल हरे में मत बांटो,इसे शान ए तिरंगा रहने दो.!!

 

desh bhakti shayari in hindi


जो अब तक ना खौला,वो खून नहीं पानी है.!!

जो देश के काम ना आये,वो बेकार जवानी है.!!

 

ये सर हर बार झुका है हर बार झुकेगा उनकी शहादत में,

जो शहीद हुए हैं मेरे वतन की हिफाजत में।

चैन ओ अमन का देश है मेरा इस देश में दंगा रहने दो.!!

लाल हरे में मत बांटो,इसे शान ए तिरंगा रहने दो.!!

 

desh bhakti shayari in hindi


देशभक्ति की महक अब मेरे कपड़ों से भी आने लगी हैं.!!

अब तो मेरी धड़कन भी जय हिंद गाने लगी है.!!

 

फरिश्ते सिर्फ आसमान में नहीं रहते हैं,

जमीन ए हिन्द पर उन्हें जवान रहते हैं।

 

desh bhakti shayari in hindi


चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में.!!

देश की मिटटी से खेलो,दूर-दराज़ में क्या रक्खा है.!!

 

 जोश भर देने वाली देशभक्ति शायरी

 

Desh Bhakti shayari in hindi

 

 

desh bhakti shayari in hindi


चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में,

देश की मिटटी से खेलो, दूर-दराज़ में क्या रक्खा है

 

चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो!

लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो

 

desh bhakti shayari in hindi


वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है,

मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं! 🇮🇳

 

लुटेरा है अगर आजाद तो अपमान सबका है,

लुटी है एक बेटी तो लुटा सम्मान सबका है,

बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की,

लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है। 🇮🇳

 

चूमा था वीरों ने फांसी का फंदा

यूँ ही नहीं मिली थी आजादी खैरात में

 

चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो

लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो

 

desh bhakti shayari in hindi


दिलों की नफरत को निकालो,

वतन के इन दुश्मनों को मारो,

ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन,

भारत माँ के सम्मान को बचा लो!!

 

जब तक सांसे चले भारत मां तुझे प्रणाम करूं..

अगर हो जाऊं शहीद तो तिरंगे में लिपटकर तेरा गुणगान करूं..

 

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,

वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा

 

कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम .

हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बँटवाएंगे,,

 

desh bhakti shayari in hindi


अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही !

सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही!!

 

ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है,

ना बड़ा सा नाम मेरा है,

मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है,

मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है,

जय हिन्द 🇮🇳

 

desh bhakti shayari in hindi


खून से खेलेंगे होली,
अगर वतन मुश्किल में है

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है

 

देश की हिफाजत मरते दम तक करेंगे.

दुश्मन की हर गोली का हम सामना करेंगे.

आजाद हैं और आजाद ही रहेंगें.

जय हिन्द,,

 

गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया है

सुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया है

दिल से तुमको नमन हैं करते

ये आजाद वतन जो दिलाया है

 

desh bhakti shayari in hindi


चाहत यही है मुझसे भी इक नेक काम हो जाये,

हर इक सांस ये मेरी इस देश के नाम हो जाये।।।

 

त्याग शहीदों के हम यूँ बदनाम न होने देंगें,

इस आज़ाद की हम शाम न कभी होने देंगें।।

 

आज फिर जन्म देने वाली मां ने मुझे संदेशा भेजा है

प्राण दे कर भी भारत मां की रक्षा करना यह मैसेज पर लिखा हैं।🇮🇳

 

desh bhakti shayari in hindi


गीदड़ बन कर ऐ भारत के दुश्मन 

जब – जब तूने भारत में घुसना चाहा हैं

भारत के वीर शेरों ने तूझे 

भगा – भगा कर मारा है।🇮🇳

 

जय जवान,जय किसान,जय विज्ञान का नारा हम लगायेगे

भारत को विश्व में सबसे बडी शक्ति हम बनायेगे।🇮🇳

 

desh bhakti shayari in hindi


मैं जब मर जाऊ मेरी अलग पहचान लिख देना

लहू से मेरी पेशानी पर हिन्दुस्तान लिख देना।🇮🇳

 

 जब दी गई फांसी वीरों को

फांसी का फंदा उन्होंने चूमा था

तब जाकर देश का हर नागरिक

आजादी , आजादी बोला था ।🇮🇳

 

desh bhakti shayari in hindi


आजादी की चिंगारी को 

उन वीरों ने मशाल बनाया था

आगे जा अंग्रेजो की लंका को

उसी मशाल ने जलाया था।🇮🇳

 

 Desh Bhakti Shayari In Hindi

 

दिलों की नफरत को निकालो.

वतन के इन दुश्मनों को मारो.

ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन.

भारत माँ के सम्मान को बचा लो,,

 

desh bhakti shayari in hindi


बनाना है हमें अब अपने हाथों अपनी क़िस्मत को 

हमें अपने वतन का आप बेड़ा पार करना है

 

नसीब वाले है वो लोग जो वतन पर मिट जाते है

मरके भी वो लोग अमर हो जाते है

करता हु, उन्हें सलाम ऐ वतन पर मिटने वालों

तुम्हारी हर सास में तिरंगे का नसीब बसता है !!

 

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,

वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा

 

desh bhakti shayari in hindi


जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,

जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है

जय हिन्द

 

कर चले हम फ़िदा जाने तन साथियो

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो

….अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो

 

desh bhakti shayari in hindi


उड़ जाती है नींद ये सोचकर

कि सरहद पे दी गयीं वो कुर्बानियां

मेरी नींद के लिए थीं

 

लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,

मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।

 

desh bhakti shayari in hindi


सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी सबसे न्यारा है

वो देश हमारा है, वो देश हमारा है

 

जश्न आज़ादी का मुबारक हो देश वालो को

फंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालो को

 

desh bhakti shayari in hindi


जमानें भर में मिलतें हैं आंशिक कई

मगर वतन से सुनदर कोईं सनम नही होतां

 

न पूछो ज़माने को क्या हमारी कहानी है,

हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम सिर्फ हिन्दुस्तानी हैं.

 

desh bhakti shayari in hindi


जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो.

जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो.

हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन.

मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो,,

 

मे रहु ना रहु पर मेरा वादा है तुमसे

मेरें जानें कें बाद देश पर मरनें वालों का

सैलाबं आएगा !!

(भगतसिंह शायरी | देशभक्ति शायरी )

 

desh bhakti shayari in hindi


लालकिले से चल के तिरंगा हर छत पर लहराएगा 

भारत माँ के जयकारों से हर घर मन्दिर बन जायेगा

 

जों वतन के कुर्बान के हुएउन्हें मेरा सलाम हे

इस धरती को जिसने अपने लहू से सींचा

उन् शूरवीरों को मेरा सलाम है !!

 

desh bhakti shayari in hindi


देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें

अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें

 

जिन्दगीं तो अपनें दम पर जी जाती हे

दुसरों के कन्धो पर तों सिर्फं जनाजे निकालें जाते है

(Bhagat Singh Quotes)

 

desh bhakti shayari in hindi


तैरना हे तों समुदर में तेरों

नालो मे कया रखा हे

पयार करना हे तो देश सें करों

औंरों मे क्या रखा हे !!

 

मुझे न तन चाहिए न मन चाहिए

अमन से भरा यह वतन चाहिए

जब तक जिन्दा रहू इस मातृभूमि के लिए

और मरु तो तिरंगा कफन चाहियें !!

 

desh bhakti shayari in hindi


चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो.

लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो,,

 

सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ !

दुश्मन की सांसे थम जायें, आवाज में इतनी धमक रखता हूँ !!

 

desh bhakti shayari in hindi


जो देश के लिए शहीद हुए

उनको मेरा सलाम है

अपने खून से जिस जमीं को सींचा

उन बहादुरों को सलाम है

जय हिन्द

 

जमानें भर में मिलतें हैं आंशिक कई

मगर वतन से सुनदर कोईं सनम नही होतां

 

 

desh bhakti shayari in hindi


देशभक्त शायरी हिंदी, उर्दू

लोट आई वो साहिल पे वो खोई हुई कस्ती

अभी इस नदी की मौजो में रवानगी बाकी है

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