Desh Bhakti shayari in hindi -देशभक्त शायरी

Desh Bhakti shayari in hindi -देशभक्त शायरी

Desh Bhakti shayari in hindi


# यह जगाये राष्ट्रवाद जा जज़्बा


“हम आजादी तभी पाते हैं,

 जब अपने जीवित रहने का पूरा मूल्य चुका देते हैं”- रविन्द्रनाथ टैगोर


 “व्यक्तियों को कुचलकर वो विचारों को नहीं मार सकते”- भगत सिंह


“तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूंगा”- सुभाषचंद्र बोस


“स्वतंत्रता जन्मसिद्ध हक नहीं, कर्म सिद्ध हक है”- विनोवा भावे


“जो लोग दूसरों को आजादी नहीं देते

 उन्हें खुद भी इसका हक नहीं होता”- अब्राहम लिंकन


“स्वतंत्रता का अर्थ जिम्मेदारी है,

इसीलिए ज्यादातर लोग इससे डरते हैं” -जॉर्ज बर्नार्ड शॉ


“स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है 

और मै इसे लेकर रहूंगा” –बाल गंगाधर तिलक


“जिस ईश्वर ने हमको जन्म दिया है, 

उसने उसी समय हमें स्वतंत्रता भी दी थी”- थॉमस जेफरसन


“दिखावटी देशभक्ति के पाखंड से बचिए”- जार्ज वाशिंगटन


हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम भारतीय हैं – जय भारत, वन्दे मातरम


भारत की फ़जाओं को सदा याद रहूँगा,

आज़ाद था, आज़ाद हूँ, आज़ाद रहूँगा।– चंद्रशेखर आजाद


हम अम्न चाहते हैं मगर ज़ुल्म के ख़िलाफ़ 

गर जंग लाज़मी है तो फिर जंग ही सही 


उड़ जाती है मेरी नींद ये सोचकर,

कि सरहद पर दी गयीं जवानो की कुर्बानियां,

मेरी नींद के लिए थीं।


कुछ नशा तिरंगे की आन का है,

कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,

हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,

नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है !!


आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे

शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे

बची हो जो एक बूंद भी लहू की

तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे


जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,

जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है


मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा ये मुल्क मेरी जान है 

इसकी रक्षा के लिए मेरा दिल और जां कुर्बान है..||


अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं

सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं


इश्क़ तो करता हैं हर कोई मेहबूब पे मरता हैं हर कोई, 

कभी वतन को मेहबूब बना कर देखो तुझ पे मरेगा हर कोई……!!!!


सीने में जूनून आंखों में देशभक्ति की चमक रखता हूं,

दुश्मन की सांस थम जाए आवाज में वो धमक रखता हूं।


लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,

मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।


ये दुनिया….एक दुल्हन

ये दुनिया….एक दुल्हन…दुल्हन के माथे पे बिंदिया

I Love My India


लड़े जंग वीरों की तरह,

जब खून खौल फौलाद हुआ |

मरते दम तक डटे रहे वो,

तब ही तो देश आजाद हुआ ||


तिरंगा है आन मेरी तिरंगा ही है शान मेरी,

तिरंगा रहे सदा ऊंचा हमारा तिरंगे से है धरती महान मेरी।


एक दिया उनके भी नाम का रख लो पूजा की थाली में,

जिनकी सांसे थम गई है भारत मां की रखवाली में।


मैं मर जाऊं तो मेरी एक अलग पहचान लिख देना,

लहू से मेरी पेशानी पर हिंदुस्तान लिख देना।


कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम !

हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बँटवाएंगे !!


रात होते ही आप नींद में खो जाते है,

सूरज ढलते ही वो तैनात हो जाते है…


सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है

देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में है,

वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,

हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में है।


लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,

मेरे लहू पर हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।


देश की हिफाजत मरते दम तक करेंगेदुश्मन की

 हर गोली का हम सामना करेंगेआजाद हैं और आजाद ही रहेंगें।


क्यूं जाए 'नज्म' ऐसी फ़ज़ा छोड़ कर कहीं,

रहने को जिस के गुलशन-ए-हिन्दोस्तां मिले।


न पूछो ज़माने को क्या हमारी कहानी है,

हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम सिर्फ हिन्दुस्तानी हैं..!!


गूंजे कहीं पर शंख कहीं पर अजान है,

बाइबल है ग्रंथ साहब है गीता का ज्ञान है।

दुनिया में कहीं और यह मंजर नसीब नहीं,

दिखा दो दुनिया को कि यह हिंदुस्तान है।


सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा,

हम बुलबुले हैं इसकी वह गुलिस्तां हमारा।

पर्वत वह सबसे ऊंचा हम साया आसमान का,

वह संतरी हमारा वह पासवां हमारा।


अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही..

सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही…


लिपट कर कई बदन इस तिरंगे में आज भी आते हैं,

दोस्तों यूँ ही नहीं हम 15 अगस्त हुए 26 जनवरी मनाते हैं।


बड़े अनमोल है यह खून के रिश्ते इनको तो बेकार न कर,

मेरा हिस्सा भी तू ले ले मेरे भाई घर के आंगन में दीवार न कर।


खून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्किल में है,

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,

देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है।


वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड़ पाए,

रिश्ता हमारा ऐसा कोई ना तोड़ पाए।


जहाँ जाति भाषा से बढ़कर देशप्रेम की धारा है.

वो देश हमारा है, वो देश हमारा है,,


शाम होते ही हम बिस्तर पर चले जाते हैं,

और सूरज ढलते ही वो सीमा पर तैनात हो जाते है।

जय हिन्द | जय हिन्द सेना

 

नफरत की भावना को भी बड़े प्यार से सहते है..

ये देश नहीं मेरी जान है, जिसे हिन्दुस्तान कहते है..

 

तैरना है तो समुंदर में तहरो नदी नालों में क्या रखा है,

प्यार करना है तो वतन से करो इन बेवफा लोगों में क्या रखा है।


ए वीरो जोश ना ठंडा हो पाए कदम मिलाकर चल,

मां कसम मंजिल तेरे कदम चूमेगी आज नहीं तो कल।


दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है.

सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं .


मैं भारतवर्ष का हरदम अमित सम्मान करता हूं,

यहां की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूं।

मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,

तिरंगा हो कफन मेरा बस यही अरमान रखता हूं।


“अगर मैं जन्म लू दुबारा इंसान में

भगवन देना मिट्टी हिन्दुस्तान की

होंठो पे गंगा हो हाथो में तिरंगा हो”


सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी सबसे न्यारा है.

वो देश हमारा है, वो देश हमारा है,,


कभी सनम को छोड़ के देख लेना,

कभी शहीदों को याद करके देख लेना,

कोई महबूब नहीं है वतन जैसा यारो,

मेरी तरह देश से कभी इश्क करके देख लेना..


अब तक जिसका खून न खौला,

वो खून नहीं वो पानी है

जो देश के काम ना आये ,

वो बेकार जवानी ह



जब देश में थी दीवाली वह झेल रहे थे गोली,

जब हम बैठे थे घरों में वह खेल रहे थे खून की होली।


शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,

वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा


धूल लगा मस्तक पर मां भारती से लेते आशीष,

देश पे आज ना आने देंगे कटता है तो कट जाए शीश।


अपनी धरती अपना हैं ये वतन, मेरा है मेरा है ये वतन,

इस पर जो आॅंख उठाएगा, जिंदा दफना दिया जाएगा

मुझे जान से भी प्यारा है ये वतन..


आओ झुक कर करें सलाम उन्हें,

जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,

कितने खुशनसीब हैं वो लोग,

जिनका खून वतन के काम आता हैं…


लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,

मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा.


तैरना है तो समंदर में तैरो नालों में क्या रखा हैं,

प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा हैं…


अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं.!!

सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं.!!


जहाँ जाति भाषा से बढ़कर देशप्रेम की धारा है.!!

वो देश हमारा है,वो देश हमारा है.!!


आन देश की ,शान देश की,इस देश की हम संतान हैं.!!

तीन रंगों से रंगा तिरंगा ,अपनी ये पहचान है.!!


खून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्किल में है,

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है।


जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं,

जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं.


वतन की मोहब्बत हम में खुद को तपाये बैठे है,

हम मरेंगे तो वतन के लिए ये मौत से शर्त लगाये बैठे हैं।


जो अब तक खून ना खौला खून नही वह पानी हैं,

जो इस देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं।


चिंगारी आजादी की सुलगी मेरे जश्न में हैं,

इन्कलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं,

मौत जहाँ जन्नत हो ये बात मेरे वतन में हैं,

कुर्बानी का जज्बा जिन्दा मेरे कफन में हैं.


इस देश के लिए शहीद होना कबूल है मुझे,

क्योंकि अखंड भारत बनाने का जूनून है मुझे।


कर जज्बे को बुलंद जवान,तेरे पीछे खड़ी आवाम.!!

हर दुश्मन को मार गिराएंगे,जो हमसे देश बँटवाएंगे.!!


शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,

वतन पे मरने वालों का यही बाकी निशां होगा।


सुना है, कुछ नक्कार,

हमारी वीरता का सबूत मांगते है।

ज़रा भेजो तो उन्हें सरहद पर,

सिरफिरे खुद के लिए ताबूत माँगते है।


आओ झुक कर सलाम करे उनको,

जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,

खुशनसीब होता है वो खून,

जो देश के काम आता है।


देशभक्तों से ही देश की शान है

देशभक्तों से ही देश का मान है

हम उस देश के फूल हैं यारों

जिस देश का नाम हिंदुस्तान है

जय हिन्द


वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है.!!

मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं.!!

सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ.!!

दुश्मन की सांसे थम जायें,आवाज में इतनी धमक रखता हूँ.!!


आन देश की,शान देश की,इस देश की हम संतान हैं !

तीन रंगों से रंगा तिरंगा,अपनी ये पहचान है.!!


मैं इस देश का सिपाही हूं मरते दम तक अपने देश के लिए लडूंगा,

जान बसती है मेरी इस देश की मिट्टी में जान देकर इसकी रक्षा करूंगा।


शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले.!!

वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा.!!


चैन ओ अमन का देश है मेरा,इस देश में दंगा रहने दो.!!

लाल हरे में मत बांटो,इसे शान ए तिरंगा रहने दो.!!


जो अब तक ना खौला,वो खून नहीं पानी है.!!

जो देश के काम ना आये,वो बेकार जवानी है.!!


ये सर हर बार झुका है हर बार झुकेगा उनकी शहादत में,

जो शहीद हुए हैं मेरे वतन की हिफाजत में।

चैन ओ अमन का देश है मेरा इस देश में दंगा रहने दो.!!

लाल हरे में मत बांटो,इसे शान ए तिरंगा रहने दो.!!


देशभक्ति की महक अब मेरे कपड़ों से भी आने लगी हैं.!!

अब तो मेरी धड़कन भी जय हिंद गाने लगी है.!!


फरिश्ते सिर्फ आसमान में नहीं रहते हैं,

जमीन ए हिन्द पर उन्हें जवान रहते हैं।

 

चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में.!!

देश की मिटटी से खेलो,दूर-दराज़ में क्या रक्खा है.!!

 

 जोश भर देने वाली देशभक्ति शायरी

Desh Bhakti shayari in hindi



चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में,

देश की मिटटी से खेलो, दूर-दराज़ में क्या रक्खा है


चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो!

लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो


वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है,

मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं! 🇮🇳


लुटेरा है अगर आजाद तो अपमान सबका है,

लुटी है एक बेटी तो लुटा सम्मान सबका है,

बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की,

लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है। 🇮🇳


चूमा था वीरों ने फांसी का फंदा

यूँ ही नहीं मिली थी आजादी खैरात में


चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो

लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो


दिलों की नफरत को निकालो,

वतन के इन दुश्मनों को मारो,

ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन,

भारत माँ के सम्मान को बचा लो!!


जब तक सांसे चले भारत मां तुझे प्रणाम करूं..

अगर हो जाऊं शहीद तो तिरंगे में लिपटकर तेरा गुणगान करूं..


शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,

वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा


कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम .

हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बँटवाएंगे,,


अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही !

सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही!!


ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है,

ना बड़ा सा नाम मेरा है,

मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है,

मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है,

जय हिन्द 🇮🇳


खून से खेलेंगे होली,अगर वतन मुश्किल में है

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है


देश की हिफाजत मरते दम तक करेंगे.

दुश्मन की हर गोली का हम सामना करेंगे.

आजाद हैं और आजाद ही रहेंगें.

जय हिन्द,,


गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया है

सुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया है

दिल से तुमको नमन हैं करते

ये आजाद वतन जो दिलाया है


चाहत यही है मुझसे भी इक नेक काम हो जाये,

हर इक सांस ये मेरी इस देश के नाम हो जाये।।।


त्याग शहीदों के हम यूँ बदनाम न होने देंगें,

इस आज़ाद की हम शाम न कभी होने देंगें।।


आज फिर जन्म देने वाली मां ने मुझे संदेशा भेजा है

प्राण दे कर भी भारत मां की रक्षा करना यह मैसेज पर लिखा हैं।🇮🇳


गीदड़ बन कर ऐ भारत के दुश्मन 

जब - जब तूने भारत में घुसना चाहा हैं

भारत के वीर शेरों ने तूझे 

भगा - भगा कर मारा है।🇮🇳

 

जय जवान,जय किसान,जय विज्ञान का नारा हम लगायेगे

भारत को विश्व में सबसे बडी शक्ति हम बनायेगे।🇮🇳

 

मैं जब मर जाऊ मेरी अलग पहचान लिख देना

लहू से मेरी पेशानी पर हिन्दुस्तान लिख देना।🇮🇳

 

 जब दी गई फांसी वीरों को

फांसी का फंदा उन्होंने चूमा था

तब जाकर देश का हर नागरिक

आजादी , आजादी बोला था ।🇮🇳


आजादी की चिंगारी को 

उन वीरों ने मशाल बनाया था

आगे जा अंग्रेजो की लंका को

उसी मशाल ने जलाया था।🇮🇳

 

 Desh Bhakti Shayari In Hindi


दिलों की नफरत को निकालो.

वतन के इन दुश्मनों को मारो.

ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन.

भारत माँ के सम्मान को बचा लो,,

 

बनाना है हमें अब अपने हाथों अपनी क़िस्मत को 

हमें अपने वतन का आप बेड़ा पार करना है


नसीब वाले है वो लोग जो वतन पर मिट जाते है

मरके भी वो लोग अमर हो जाते है

करता हु, उन्हें सलाम ऐ वतन पर मिटने वालों

तुम्हारी हर सास में तिरंगे का नसीब बसता है !!


शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,

वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा


जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,

जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है

जय हिन्द


कर चले हम फ़िदा जाने तन साथियो

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो

….अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो


उड़ जाती है नींद ये सोचकर

कि सरहद पे दी गयीं वो कुर्बानियां

मेरी नींद के लिए थीं


लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,

मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।


सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी सबसे न्यारा है

वो देश हमारा है, वो देश हमारा है


जश्न आज़ादी का मुबारक हो देश वालो को

फंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालो को


जमानें भर में मिलतें हैं आंशिक कई

मगर वतन से सुनदर कोईं सनम नही होतां


न पूछो ज़माने को क्या हमारी कहानी है,

हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम सिर्फ हिन्दुस्तानी हैं.


जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो.

जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो.

हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन.

मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो,,


मे रहु ना रहु पर मेरा वादा है तुमसे

मेरें जानें कें बाद देश पर मरनें वालों का

सैलाबं आएगा !!

(भगतसिंह शायरी | देशभक्ति शायरी )


लालकिले से चल के तिरंगा हर छत पर लहराएगा 

भारत माँ के जयकारों से हर घर मन्दिर बन जायेगा


जों वतन के कुर्बान के हुएउन्हें मेरा सलाम हे

इस धरती को जिसने अपने लहू से सींचा

उन् शूरवीरों को मेरा सलाम है !!


देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें

अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें


जिन्दगीं तो अपनें दम पर जी जाती हे

दुसरों के कन्धो पर तों सिर्फं जनाजे निकालें जाते है

(Bhagat Singh Quotes)


तैरना हे तों समुदर में तेरों

नालो मे कया रखा हे

पयार करना हे तो देश सें करों

औंरों मे क्या रखा हे !!


मुझे न तन चाहिए न मन चाहिए

अमन से भरा यह वतन चाहिए

जब तक जिन्दा रहू इस मातृभूमि के लिए

और मरु तो तिरंगा कफन चाहियें !!


चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो.

लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो,,


सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ !

दुश्मन की सांसे थम जायें, आवाज में इतनी धमक रखता हूँ !!


जो देश के लिए शहीद हुए

उनको मेरा सलाम है

अपने खून से जिस जमीं को सींचा

उन बहादुरों को सलाम है

जय हिन्द


जमानें भर में मिलतें हैं आंशिक कई

मगर वतन से सुनदर कोईं सनम नही होतां



देशभक्त शायरी हिंदी, उर्दू

लोट आई वो साहिल पे वो खोई हुई कस्ती

अभी इस नदी की मौजो में रवानगी बाकी है

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