Singal life Shayari | Single Girl Shayari “पता नहीं मेरी वाली, किसके साथ “Time-pass” कर रही होगी, और यहाँ मैं “Single” मर रहा हू” आज क...
Singal life Shayari | Single Girl Shayari
“पता नहीं मेरी वाली, किसके साथ “Time-pass”
कर रही होगी, और यहाँ मैं “Single” मर रहा हू”
आज कल के रिश्ते कहा इतने सच्चे इसीलिए हम सिंगल ही अच्छे है। सिंगल है खुश है.
तुझे क्या लगता है तेरे जाने से गम होगा,नही मेरी जान बस एक कांटेक्ट कम होगा। ।
दीदार-ए-हसरत उनका भी रहा होगा, यह कशिश-ए-चाहत बेवजह तो नही,
कुछ तो ज़रिया-ए-इश्क़ रहा होगा।
औरों से अलग ज़िन्दगी जीने का तरीका अपना है,
यार के लिए उसका हर दर्द मेरा अपना है.
उसके हर मुश्किल के तीर को झेल लूँ अपने सीने पर,
चाहे यार कहे ये तीर मेरे लिए नहीं, ये तो तेरा अपना है !😋
आहिस्ता चल ऐ ज़िंदगी, ☆ कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी हैं;
कुछ दर्द मिटाने बाकी हैं, ☆ कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी हैं!!!
कल न हम होंगे 🙂 #न कोई गिला होगा
#सिर्फ़ सिमटी हुई यीदों का 🙂
सिलसिला# होगा जो लम्हे हैं 🙂चलो# हँस कर बिता लें..
#जाने जिंदगी का 🙂कल क्या# फैसला होगा। 🙂
जिसे चाहा वो नहीं मिली शायद इसलिए आज भी Single हूँ।
“मै “Single” इसलिए हू, क्योकि मुझे “तारीफ” से ज्यादा “गालिया” आती हैं”
Single लोगों का भी अलग Attitude होता है
माँ-बाप के अलावा किसी के बाप की नहीं सुनते !!
बाप के पैसे से लड़की घुमाने से अच्छा है, हम सिंगल ही रहे
बुरा मत समझना मैं दर्द लिखता हूँ, देता नही,डिग्रीयां इकट्ठी कर दर्द पढ़ न सको तो अनपढ़ हो तुम।।
खुदा ने कुछ इस कदर उनके हुस्न को कातिलाना बना दिया,
एक तो रंग गोरा ऊपर से उसमे तिल भी शामिल कर दिया।
शहर को उसके तुम दो बातों से पहचान लेना,
गली में एक वही चाँद है और वहां सभी उसे नूर कहते हैं।
नाम के होते हैं सिर्फ बड़े शहर,
मैंने तो ज़िन्दगी छोटे शहर में देखा है !
दस लोगों को छोटे से घर में हंसी से और,
दो लोगों को बंगले में भी उदास सा देखा है !
हाँ, में Single हूँ, क्योकि अपने माँ-बाप से झूठ बोलना नहीं आता ||
नाराज़ हो गयी हो क्या तुम मुझसे, तस्वीर तुम्हारी कुछ बोलती क्यों नही। !
ज़िन्दगी है ज़िन्दगी में पर ज़िन्दगी कहाँ है,
बेसब्री ही बेसब्री है आखिर सब्र कहाँ है !
कहते थे वो कि कभी भी दूर नहीं होंगे हम,
तब जब हम यहाँ हैं तो आखिर वो कहाँ है ! ।
✍ मंजिलें मुझे छोड़ गयी रास्तों ने संभाल लिया,
☆ जिंदगी 🃏 तेरी जरूरत नहीं मुझे हादसों ने पाल लिया!!! .
पता नहीं मेरी वाली किसके साथ Time pass कर रही होगी
और यहाँ मैं Single मर रहा हू !! ।।
जिंदगी जिसका एक बड़ा नाम सुना हे हमने#
एक कमजोर हिचकी के सिवा# और कुछ नहीं। 🙂🙂
“तू मेरे लिए “मेक-अप” कर, या किसी से “ब्रेक-अप”
कर, तू “Reject” थी “Reject” है रहेगी,
क्युकि “मुझे” तेरे से ज्यादा, अपने “अकेलेपन” से प्यार है”
तनै फुक भरके लिफ़ाफ़े पाड़े स कालजा कुकर पाड़यां करे हाम बतावांगे|
तेरी औकात के थम्मोमीटर में वो डिग्री नहीं,
जो हमारे तेवर का पैमाना नाप सके ! ! " सिंगल लाइफ बेस्ट लाइफ
सिंगल रहना, ये गाली नहीं, पहचान है मेरी ||
ढूंढ लेना तुम बहाना मुझसे मिलने का,हम दुनिया को इसे महज़ इत्तेफाक साबित कर देंगे।
वो दूर दूर रहें मुझसे तो कैसे मेरे पास गम नहीं,
तुम नहीं जिस ज़िन्दगी में उस ज़िन्दगी में हम नहीं !
ज़िन्दगी तो वैसे जी ही सकते हैं किसी तरह,
पर उनके बिना ज़िन्दगी मेरे लिए मौत से कम नहीं !
मुझे ज़िंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं है दोस्तों,
☆ पर लोग कहते हैं यहाँ सादगी से कटती नहीं!!! |
हथियार तो सिर्फ सोंख के लिए रखा करते हे
खौफ के लिए तो बस नाम ही काफी हे !!
अजब मुकाम पे ठहरा हुआ है#,काफिला जिन्दगी का सुकून ढ़ूढने# चले थे,
नींद ही गंवा बैठे। 🙂🙂😅
“जिसे पूरी सिद्दत से “चाहा” वो नहीं मिली,
शायद इसलिए आज भी मै “Single” हू”
सिंगल होने का दुख नहीं है.... गम इस बात का है...
कि साला कोई यकीन.. नहीं करता हैं....
मैं अपने ही ख़्याल में, जाने कैसे फंसा तेरे नैनों के जाल में।
प्यार करो तो सच्चा, वरना सिंगल ही अच्छा |
काश तलाक जैसी होती यह मोहब्बत भी,
तेरे हैं, तेरे हैं, तेरे हैं कह कर तेरे हो जाते।
हर बात मानी है तेरी सिर झुका कर ऐ ज़िंदगी,☆ हिसाब बराबर कर तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी!!
सीधी सादी ज़िन्दगी सीधे सादे हम फिर भी
कोई मानता ही नहीं की सिंगल है हम।
इंसान की सबसे# बड़ी ख़ता, यह हैं की#
वह “भगवान” से पहले# “इंसान” के सामने “रोता” हैं….
“हाँ, मैं “Single” हू, क्योकि मुझे अपने
“माँ-बाप” से, झूठ “बोलना” नहीं आता”
सिंगल रहना एक कला है,
और मैं इस कला का प्रोफ़ेसर हूं। सिंगल हैं खुश हैं।
मैं सिंगल क्यूट सा लड़का हूं, बुरी नजर मत लगा,
वरना इस काले मुंह को मार-मार कर लाल कर दूंगा सिंगल है खुश है। …
जीने के लिए ज़िन्दगी को जैसे पानी की जरुरत है,
लक्ष्य प्राप्ति के लिए जैसे कर्म की जरुरत है !
चाहे कितना भी हसीं क्यों न हो जीवन पर,
मेरे ख़ुशी के लिए वैसे ही आपके हँसी की जरुरत है !
“Single लोगो के “पास” कुछ हो या ना हो,
लेकिन “सुकून भरी नीद” जरुर होती है”
धूप में निकलो,# घटाओं मैं नहाकर देखो,
#जिंदगी क्या है किताबों #को हटाकर देखो ….
वो बोली तुम Single क्यों हो मै बोला संस्कार ||
अब समझ लेता हूँ मीठे लफ़्ज़ों की कड़वाहट,
☆ हो गया है ज़िंदगी का तजुर्बा थोड़ा थोड़ा!!!।
सब कुछ कहाँ कह पाते है लोग ,
कहाँ कसी के जज्बातो को पढ पाते है लोग।
जीत भी मेरी और हार भी मेरी,
☆ तलवार भी मेरी और धार भी मेरी;
ज़िन्दगी ये मेरी कुछ यूं सवार है मुझ पर,
☆ डूबी भी मेरी और पार भी मेरी!!!ा